Wednesday 13 April 2022

ATS के हाथ लगा मुर्तजा का डोंगल:इसी से विदेशों में आतंकी संगठन से करता था संपर्क, अब खुलेगा दहशतगर्द का हर राज़

 गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात PAC जवानों पर हमला करने वाले अहमद मुर्तजा अब्बासी के कमरे से ATS ने उसका वो डोंगल बरामद कर लिया है, जिसके जरिए वह विदेश में बैठे अपने आकाओं के संपर्क में था। कमरे की अलमारी में छिपाकर रखे गए डोंगल को बरामद कर अब ATS डोंगल के IP एड्रेस (इंटरनेट प्रोटोकॉल) के जरिए उसके आतंक के राज का पर्दाफाश करने में लगी है।

फिलहाल ATS उसे गोरखपुर में ही रखकर पूछताछ कर रही है, साथ ही उसे लेकर उसके सभी ठिकानों की भी छानबीन कर रही है, जहां वह घटना के पहले गया था। मुर्तजा अभी 16 अप्रैल की दोपहर 12 बजे तक ATS की रिमांड पर ही रहेगा।

मुर्तजा अभी 16 अप्रैल की दोपहर 12 बजे तक ATS की रिमांड पर ही रहेगा।
मुर्तजा अभी 16 अप्रैल की दोपहर 12 बजे तक ATS की रिमांड पर ही रहेगा।

ATS को है ठोस सबूत का इंतजार!
वहीं, ATS अब तक मुर्तजा के संपर्क में रहे लोगों और उसके परिवार के बयानों के साथ ही मुर्तजा के बयान की कड़ियां भी जोड़ने लग गई है। ताकि जल्द से जल्द वह किसी नतीजे तक पहुंच सके। हालांकि सूत्रों का दावा है कि मुर्तजा ने अपने गुनाह तो कबूल कर लिए हैं, उसके पास से ATS को कई सबूत भी हाथ लगे हैं।

फिलहाल ATS के हाथ कोई ऐसा ठोस सबूत और गवाह हाथ नहीं लगा है, जिससे उसके आतंकी कनेक्शन को साबित किया जा सके। ATS उसके संपर्क में रहे लोगों को भी हिरासत में लेकर भी पूछताछ कर रही है।

ATS को जल्द ही मुर्तजा के पास से बरामद मोबाइल, लैपटॉप और अन्य चीजों की फॉरेंसिक रिपोर्ट भी मिल जाएगी।
ATS को जल्द ही मुर्तजा के पास से बरामद मोबाइल, लैपटॉप और अन्य चीजों की फॉरेंसिक रिपोर्ट भी मिल जाएगी।

बयानों की कड़ियां जोड़ रही ATS
इतना ही नहीं, ATS को जल्द ही मुर्तजा के पास से बरामद मोबाइल, लैपटॉप और अन्य चीजों की फॉरेंसिक रिपोर्ट भी मिल जाएगी। इससे इस केस की ​कड़ियां जुड़ने में मदद मिल सकती हैं। वहीं, दूसरी ओर मुर्तजा के माता- पिता से ATS की दूसरी टीम लखनऊ में पूछताछ कर रही है। अब ATS टीम अब तक सामने आए बयानों और सबूतों का मिलान कर किसी निष्कर्ष तक पहुंचने में लगी है। हालांकि अगर 16 अप्रैल तक इस मामले की जांच पूरी नहीं हुई तो ATS एक बार फिर कोर्ट में मुर्तजा की पुलिस रिमांड बढ़ाने की अर्जी दे सकती है। जबकि पूरी उम्मीद है कि इसी दौरान ATS मुर्तजा के खिलाफ ठोस सबूत जुटाकर कोर्ट में पेश कर देगी।

ATS के इन सवालों का जवाब नहीं दे पा रहे पिता
सूत्रों का दावा है कि रिमांड के दौरान सिर्फ मुर्तजा ही नहीं बल्कि उसका पूरा परिवार टूटता हुआ नजर आ रहा है। अब तक अपने बेटे को मानसिक रूप से बीमार बताने वाले मुर्तजा के पिता मुनीर अब्बासी भी यह स्वीकार रहे हैं कि उनका बेटा पूरी तरह से कट्टर हो चुका था। इसकी वजह से वह समाज से अलग रहता था और अकेले रहने की वजह से ही उसने यह बड़ा कदम उठा लिया।

लेकिन जब ATS टीम मानसिक रुप से बीमार बेटे के बैंक खातों में करीब 20 लाख रुपए रखने, उसे देश भर में हवाई यात्राएं कराने और विदेश भेजी गई रकम के बारे में सवाल कर रही है तो वे खामोश हो जा रहे हैं। फिलहाल तर्क देने के अलावा उनके पास इन सवालों के कोई ठोस जवाब नहीं हैं।

घायल पुलिस वालों से भी होगा मुर्तजा का आमना- सामना
इतना ही नहीं, हमले में घायल दोनों पुलिस वाले मंगलवार की शाम BRD मेडिकल कॉलेज से डिस्चार्ज होकर घर चले गए। सूत्रों का दावा है कि जल्द ही ATS हमले में घायल पुलिस वालों का मुर्तजा से आमना-सामना करा सकती है। ताकि मुर्तजा और उसके परिवार के बयानों, CCTV फुटेज और चश्मदीदो के बयानों की कड़ियां जोड़ी जा सकें।




मुर्तजा और परिवार से जुड़े हर एक की निकाली जा रही कुंडली
इस मामले की जांच कर रही ATS मुर्तजा और उसके परिवार से जुड़े हर एक की कुंडली खंगालने में लगी है। ATS यह भी जानना चाहती है कि पिता के रैंकिंग की प्रताड़ना के दावों के अलावा ऐसी क्या वजह हो सकती है, जिससे कि मुर्तजा पढ़ाई छोड़ देश विरोधी गतिविधियों में शामिल हो गया। सूत्रों का दावा है कि ATS अब तक इस केस में 50 से अधिक लोगों के बयान ले चुकी है।

गुजरात: रामनवमी पर आणंद में हुए दंगे की पहले से रची गई थी साजिश, पत्थरबाजी के लिए लड़कों को दिया गया था ये लालच

 

पुलिस ने दंगों की साजिश में जमशेद पठान नाम के शख्स को भी पकड़ा है। वहीं गुजरात पुलिस ने कहा है कि आणंद जिले के खम्बात में रामनवमी के जुलुस के दौरान हुई हिंसा एक पूर्व नियोजित साजिश के तहत हुई थी।




HIGHLIGHTS

  • रामनवमी पर आणंद में हुए दंगे की पहले से रची गई थी साजिश
  • पत्थरबाजी के लिए लड़कों को दिया गया था आर्थिक लालच
  • पत्थरबाजी के लिए लड़कों को बाहर से लाया गया था

गांधीनगर: गुजरात के आणंद में रामनवमी पर हुए दंगे के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस का कहना है कि ये हिंसा पहले से प्लान साजिश के तहत की गई। मौलवी मुस्तकीन इन दंगों की साजिश का मास्टरमाइंड है और अभी वो फरार है। इस मामले में ये बात भी सामने आई है कि पत्थरबाजी के लिए लड़कों को बाहर से लाया गया था और उन्हें आर्थिक के साथ ही कानूनी मदद का भरोसा दिया गया था। पत्थरबाजी कब्रिस्तान के पास की जानी थी क्योंकि वहां पत्थर आसानी से मिल सकते थे।

पुलिस ने दंगों की साजिश में जमशेद पठान नाम के शख्स को भी पकड़ा है। वहीं गुजरात पुलिस ने कहा है कि आणंद जिले के खम्बात में रामनवमी के जुलुस के दौरान हुई हिंसा एक पूर्व नियोजित साजिश के तहत हुई थी। दरअसल यहां जिस तरह से पथराव हुआ और जिस जगह पर पथराव हुआ, उससे राज्य खुफिया विभाग को शंका हुई थी, जिसके बाद राज्य ATS को साथ लेकर जांच शुरू की गई। फिर जब इस मामले के संदिग्ध जमशेद पठान को पकड़ा गया तो उसने साजिश के मास्टरमाइंड मौलवी मुस्तकीन के बारे में बताया। 

रामनवमी पर निकली रथयात्रा को रोकने के लिए मौलवी मुस्तकीन ने ही साजिश रची थी। उसने वसीम और वाजिद को कानूनी कार्रवाई का सामना करने के लिए तैयार किया था। इस मामले में पैसे का मैनेजमेंट मतिन अल्टी और उनके भाइयों मोहसिन और आजाद ने किया था। इसके अलावा लड़कों की व्यवस्था चिंटू फरीद, रज्जाक पटेल, अख्तर, नसीर और जाहिद ने जुलुस को रोकने के लिए की थी। FIR में अल्ती और उसके भाइयों को छोड़कर सभी के नाम हैं। 

मध्य प्रदेश: खरगोन हिंसा में घायल SP ने बताया- दंगाइयों के हाथ में तलवार, चाकू और पत्थर थे, पकड़ने गए तो कर दिया हमला

 

एसपी सिद्धार्थ ने ये भी बताया कि जब वो तलवार से हमला करने वाले को पकड़ने गए, तब उन्हें गोली मारी गई। खरगोन के संजय नगर में पथराव के दौरान ये हमला हुआ।   




HIGHLIGHTS

  • खरगोन हिंसा में घायल SP ने बताई दंगाइयों की पूरी कहानी
  • कहा-दंगाइयों के हाथ में तलवार, चाकू और पत्थर थे।
  • दंगाइयों की भीड़ लगातार पत्थर फेंक रही थी और लोगों के घरों में घुस गई- एसपी

भोपाल: मध्य प्रदेश के खरगोन में रामनवमी के दिन हुई हिंसा का मामला देश में चर्चा का विषय बना हुआ है। इस मामले में अब एक बड़ा खुलासा हुआ है। खरगोन के एसपी सिद्धार्थ चौधरी ने इंडिया टीवी पर दावा किया है कि भीड़ के हाथ में तलवार, चाकू और पत्थर था। गौरतलब है कि इस दंगे को शांत कराने के दौरान एसपी सिद्धार्थ के पैर में गोली लगी है। 

एसपी ने बताया कि दंगाइयों की भीड़ लगातार पत्थर फेंक रही थी और लोगों के घरों में घुस गई थी। दंगाइयों ने तलवार और गोली से हमला किया। एसपी सिद्धार्थ चौधरी घायल हैं और उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है।

एसपी सिद्धार्थ ने ये भी बताया कि जब वो तलवार से हमला करने वाले को पकड़ने गए, तब उन्हें गोली मारी गई। खरगोन के संजय नगर में पथराव के दौरान ये हमला हुआ। 

गौरतलब है कि एक तरफ सरकार आरोपियों के खिलाफ हमलावर रुख अपना रही है, वहीं विपक्ष सरकार को ही घेरने की कोशिश में लगा है। बता दें कि 10 अप्रैल को राम नवमी के मौके पर खरगोन में शोभायात्रा निकली थी, जिस पर कुछ लोगों ने पथराव कर दिया था। इसके बाद इलाके में तनाव फैल गया था और हिंसा शुरू हो गई थी। इस हिंसा में आम जनता और पुलिसकर्मियों समेत 20 लोग घायल हो गए थे। 

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